कांकेर - कांकेर की पहाड़ियों में भालू को भोजन नहीं मिल रहा था। इसलिए वह बस्तियों में खाने की तलाश में पहुंच गया। एक अनोखी घटना हुई जब एक भालू ने एक घर के टिन के दरवाजे को तोड़कर अंदर घुसा।
वहां पहुंचकर उसने किचन में तेल, गुड़ और शक्कर खा ली, और बोतल में भरा हुआ शहद भी पी लिया। फिर वह बाड़ी में घूमता रहा। परिवार के सदस्य दूसरे कमरे में थे और अंदर से दरवाजा बंद था।
पहले तो सभी ने सोचा कि यह भालू खा पीकर लौट जाएगा, पर वो पूरी रात हंगामा करता रहा। परिवार डर के साए में रात गुजारा, और उन्होंने नहीं सो पाया। भालू ने दूसरे कमरे का दरवाजा भी तोड़ने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुआ।
रात में ही परिवार ने वन विभाग को फोन किया, लेकिन वो मोबाइल नहीं उठा। फिर सुबह को 5:45 बजे वन रक्षक पहुंचे, जिनकी आहट से भालू बाऊंड्रीवाल कूदकर भाग गया।"