सवांददाता:-कमल कांत चौहान
रायपुर। छत्तीसगढ़ में जमीन रजिस्ट्री का नया सिस्टम लागू हो होने जा रहा है। अब तक आईटी सॉल्युशन कंपनी की ओर से डेवलप सॉफ्टवेयर के जरिए जमीनों का पंजीयन होता था, जो ज्यादा पेचीदा और समय लेने वाला था। लेकिन सरकार ने उसकी जगह केंद्र सरकार की ओर से डेवलप एनजीडीआरएस सिस्टम लागू कर दिया है। इससे समय की बचत तो होगी ही, आधार और पैन लिंक होने के चलते फर्जीवाड़ा कर जमीनों की होने वाली रजिस्ट्री भी बंद हो जाएगी।
एनजीडीआरएस सॉफ्टवेयर को डेवलप केंद्र सरकार ने किया है, लेकिन छत्तीसगढ़ की जरूरतों के अनुसार उसे मॉडिफाइड एनआईसी ने किया है। यह पूरी तरह से कस्टमर फ्रेंडली सॉफ्टवेयर है। रजिस्ट्री कराने से पहले सारी जानकारी घर से भर सकते हैं। इसके लिए पहले लॉगईन आईडी पासवर्ड बनाना होता है, फिर सिटीजन सेक्शन के जरिए जमीन की डिडेल्स भरना होता है। एरिया लोकेशन के हिसाब से उस पर लगने वाले सभी तरह के टैक्स की गणना कर सॉफ्टवेयर खुद बता देता है।