रायगढ़ - बीते शनिवार, 13 जनवरी की रात, कोतवाली पुलिस ने केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड पर दो शातिर बदमाशों को पकड़ा। उनके कब्जे से एक देशी पिस्टल, दो जिंदा कारतूस, और 4 किलो 625 ग्राम गांजा बरामद हुआ। आरोपी दोनों मजदूरी के काम के आड़ में गांजा तस्करी में संलिप्त थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार के निर्देशन में, कोतवाली ने अवैध शराब, जुआ-सट्टा, गांजा, और कबाड़ पर कार्रवाई करने के निर्देशों के तहत मुखबीरों को सक्रिय कर सूचना दी। उसके बाद, कोतवाली पुलिस ने लगातार अवैध शराब, जुआ-सट्टा पर कार्रवाई की।
कल 13 जनवरी 2024 को, निरीक्षक शनिप रात्रे ने मुखबिर से सुना कि तुरीपारा दर्राडीपा में रहने वाले ओमप्रकाश जांगड़े और उसके साथी गोविंद भट्ट की गतिविधियां संदिग्ध हैं, जिनपर गांजा तस्करी का संदेह है। थाना प्रभारी ने उन पर नजर रखी और शाम को दोनों संदेहियों को दो प्लास्टिक बोरी में संदिग्ध वस्तुओं के साथ केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड पर देखा गया।
तत्काल थाना प्रभारी ने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया और टीम तैयार की। शाम के आसपास 06:00 बजे, बस स्टैंड पर पुलिस टीम ने दोनों संदेहियों को गिरफ्तार किया जिनके पास गांजा, पिस्टल और जिंदा कारतूस थे। कोतवाली पुलिस ने आरोपियों पर एनडीपीएस एक्ट और आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई की है।
आरोपियों की विस्तृत पूछताछ में पता चला कि ओमप्रकाश जांगड़े ने उड़ीसा डकैती गैंग से संपर्क करके पिस्टल प्राप्त की थी और गोविंद भट्ट को गांजा तस्करी में शामिल किया था। उन्होंने बताया कि कल रात्रि को वे बस स्टैंड में गांजा लेकर इंतजार कर रहे थे, फिर गांजा डिलीवरी के लिए किसी अन्य पार्टी को मिलने का प्लान बना रहे थे।
गांजा रेड की सफल कार्रवाई में कोतवाली पुलिस ने शनिप रात्रे, दिनेश बोहिदार, संजय महादेवा, अरुणा चौरसिया, जगमोहन ओग्रे, राम साहू, उत्तम सारथी और धनीराम सिदार की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।