रायपुर- गुरुवार की सुबह, प्रदेश के कोरबा जिले में, नौ बजकर नौ मिनट में, एक भूकंप का झटका महसूस हुआ। इस भूकंप की तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 3.6 थी।
इसके साथ ही, गौरेला पेंड्रा मरवाही क्षेत्र में भी इस भूकंप का असर महसूस किया गया। लोगों ने भूकंप के झटकों के साथ ही डरकर घरों से बाहर निकलने का फैसला किया। हालांकि, अब तक किसी भी जान-माल के नुकसान की जानकारी नहीं है। एनसीएस के अनुसार, इस भूकंप की गहराई पांच किलोमीटर के आसपास थी।
मौसम विशेषज्ञ सिराज खान के अनुसार, पृथ्वी के अंदर कुल सात प्लेट्स होते हैं और ये प्लेट्स चलते रहते हैं। जब ये प्लेट्स आपस में टकराते हैं, तो वहां फाल्ट जोन बनता है। जब ये प्लेट्स टकराते हैं, तो ऊर्जा बाहर निकलने की कोशिश करती है। यह ऊर्जा फाल्ट जोन के कारण जमा होकर भूकंप का कारण बनती है। भूकंप की गहराई परिपट्य होती है, तो उसका प्रभाव उतना ही अधिक होता है। तो यह तो एक प्रकार का ऊर्जा स्रोत का खेल होता है। भूकंप का केंद्र सतह से कितनी नजदीक होती है, उसके आधार पर ही उसका प्रभाव महसूस होता है। यह स्पष्ट है कि जितनी गहराई पर भूकंप का केंद्र होता है, तबाही उतनी अधिक होती है, हालांकि, इसका क्षेत्रफल कम होता है।"