जशपुर- छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में एक ऐसा घटनाक्रम सामने आया है जो हमें हैरान कर देता है। एक किसान ने प्रशासन और पुलिस के कार्यप्रणाली से परेशान होकर कलेक्टर जशपुर के सामने आगामी 15 अगस्त को आत्मदाह करने की चेतावनी दे डाली है। यह मामला कांसाबेल तहसील का है।इस पूरे मामले की जड़ जशपुर जिले के ग्राम पंचायत चेटबा में है, जहां के दिलराम, पिता पिलसाय, जाति डोम ने जिला कलेक्टर जशपुर के सामने आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। इसके बाद पूरे जिले में सनसनी मच गई है।
पीड़ित दिल राम ने अपने समाज के सदस्यों को प्रेषित पत्र के माध्यम से बताया कि गांव के शेष कुमार साहू, नीरज अंबस्ट, अमित अंबस्ट, चंदू साव, बजरंग प्रसाद गुप्ता, सलमोन तिर्की, चैतन साय, नेमहास तिर्की द्वारा मेरे संयुक्त खाते की भूमि खसरा नम्बर 395/3 रकबा 1.072 हे. एवम् 395/2 रकबा 0.607 हे. से काफी जमीन को ग्राम के सरपंच राजेश पैंकरा के सहयोग से जबरन एवम् छल कपट कर कब्जा कर लिया है। मेरे साथ वे बदतमीजी करते हैं, मेरे साथ मारपीट करते हैं और मुझे मेरी जमीन की कमाई नहीं करने देते हैं। मैं बहुत गरीब हूं और मुझे खाने के लिए अपनी जमीन का उपयोग करना है, लेकिन वे मुझे इसका मौका नहीं देते। उनके द्वारा मुझे गालियां दी जाती हैं और जातिगत टिप्पणियाँ की जाती हैं।
दुखद है कि मेरी शिकायत का कोई निर्णय नहीं आया है, चाहे मैंने थाना कांसाबेल में सूचना दी हो या फिर जशपुर के एस.पी. साहब, पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज और कलेक्टर को अपनी समस्या बताई हो। मेरे द्वारा दी गई सूचना का कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है और मैं दिन-रात परेशान होकर रहता हूं। इसके परिणामस्वरूप मैंने कलेक्टर जशपुर के सामने आत्मदाह करने की चेतावनी दे दी है।
इस परिस्थिति में, सरकारी प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करने की आवश्यकता है ताकि यह मामला गंभीरता से जांचा जा सके और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जा सके।"